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चुनाव के पहले मुख्य विपक्षी दल का बैंक खाता फ्रीज़ करना लोकतंत्र पर हमला- कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा है कि आयकर विभाग द्वारा पार्टी के खातों पर पाबंदी लगाना लोकतंत्र पर हमला है। चुनाव के पहले अवैधानिक ढंग के मुख्य विपक्षी दल को आर्थिक रूप से पंगु बनाने की कोशिश की जा रही है। अफसोस की शीर्ष अदालत समेत लोकतंत्र की संरक्षक कही जाने वाली तमाम संस्थाएँ लोकतंत्र के साथ हो रहे इस खिलवाड़ पर चुप हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने आज दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित  में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए इसे केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश करार दिया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी ने संबोधित किया।  

 

सोनिया गांधी ने क्या कहा

सोनिया गांधी ने कहा, ‘भारत के प्रधानमंत्री द्वारा कांग्रेस को आर्थिक रूप से कमज़ोर  करने का एक व्यवस्थित  प्रयास चल रहा है। जो धन हमने  जनता से जमा किया था उस धन को बैंकों द्वारा  हमसे ज़बरदस्ती छीना जा रहा है। लेकिन इन विपरीत परिस्थितियों में भी हम अपना चुनावी अभियान मज़बूती के साथ जारी रख रहे हैं।’ सोनिया गांधी ने कहा कि एक तरफ़ तो चुनावी बॉन्ड का मुद्दा है जिसे सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक घोषित कर दिया है। उस चुनावी बॉन्ड से भाजपा को भारी लाभ  हुआ।और  दूसरी तरफ़ भाजपा सरकार विपक्षी दल कांग्रेस के वित्तीय संसाधनों पर हमला कर रही है जो कि पूरी तरह अलोकतांत्रिक है। 

 

मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या कहा

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस  में कहा कि  लोकतांत्रिक  चुनाव की घोषणा हो चुकी है। ऐसे में ज़रूरी है कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से  कराये जायें।इसके लिए ज़रूरी है कि  सभी दलों को समान अवसर मुहैया कराये जाये। भाजपा द्वारा स्वतंत्र सरकारी संस्थानों को नियंत्रित नहीं किया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद चुनावी बॉन्ड को लेकर  जो जानकारियाँ बाहर आ रही हैं  उससे देश को नुक़सान हुआ है। खड़गे ने कहा कि बॉन्ड के ज़रिये भाजपा ने  हज़ारों करोड़ रुपये जमा कर लिए हैं और वहीं विपक्ष के वित्तीय खातों पर हमला किया जा रहा है। ये लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।

खड़गे ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि चुनावी बॉन्ड और भाजपा को लेकर जो कुछ बाहर आ रहा है उसकी और भी स्पष्ट जानकारी सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से जल्द ही बाहर आयेगी।इस मामले में खड़गे का इशारा बीजेपी की तरफ़ था कि कैसे भाजपा ने  कंपनियों से पैसे निकलवाने का काम किया है।

 

राहुल गाँधी ने क्या कहा

राहुल गाँधी ने प्रेस के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि एक मुद्दा 7  साल पुराना है। यह 14 लाख़ रुपयों का मामला है जिस वज़ह से सारे बैंक अकाउंट फ़्रीज़ कर दिये गये हैं और 200 करोड़ रुपयों का जुर्माना भी लगाया गया है जो कि क़ानूनी तरीक़े से ठीक नहीं है।राहुल गाँधी ने पूछा कि यदि किसी परिवार के बैंक ख़ाते फ़्रीज़ कर दिये जायें तो वह भूख़े मर सकता है।कांग्रेस के भी ख़ाते फ़्रीज़ होने की वज़ह से  चुनावों के दौरान हम यात्रा नहीं कर सकते, कार्यकर्ता की सहायता नहीं कर सकते और अपने प्रत्याशियों की भी मदद नहीं कर सकते हैं। भाजपा की तरफ़ से ये भारतीय लोकतंत्र पर किया जा रहा सीधा हमला है।

राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र नहीं बचा है। जो भी ग़लत हो रहा है उसको सभी संस्थाएँ और सभी लोग, बस चुपचाप  बैठकर देख रहे हैं।  

 

इस दौरान कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को आयकर से छूट है। आय-व्यय की जानकारी देने में विलंब होने पर भी अधिकतम दस हज़ार का जुर्माना किया जा सकता है लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से तीस दिन की देरी हुई और सौ करोड़ से ज़्यादा का जुर्माना लगा दिया गया। यही नहीं, आयकर विभाग ने लगभग तीस साल पुराने मामले से जुड़ा एक नोटिस और भेज दिया है। यह बताता है कि केंद्र सरकार के इशारे पर मुख्य विपक्षी दल को आर्थिक रूप से पंगु करने की कोशिश हो रही है। ऐसे में चुनाव का कोई अर्थ नहीं रह जाता।  

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