कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज़ किया गया है।यह मामला प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ओफ्फेंसेस (पोक्सो) के तहत दर्ज़ किया गया है। पीड़िता की माँ की तरफ़ से 14 मार्च को दर्ज़ कराई गई एफआईआर के अनुसार घटना 2 फरवरी को हुई थी।जब पीड़िता और पीड़िता की माँ एक बिज़नेस धोखाधड़ी के मामलें में विशेष जांच समिति (एसआईटी) गठित कराने के लिए बीएस येदियुरप्पा से मदद माँगने उनके घर गयी थीं। बीजेपी नेता येदियुरप्पा पर पोक्सो अधिनियम की धारा 8 और भारतीय दंड संहिता की धारा 354ए के तहत मामला दर्ज़ किया गया है।
प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के अनुसार, येदियुरप्पा बात करते हुए नाबालिग को एक कमरे में लेकर गये और उन्होंने दरवाजा बंद करके उसका यौन उत्पीड़न किया। जब महिला ने पूछा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया तो उन्होंने कहा कि वह चेक कर रहे थे कि लड़की के साथ बलात्कार हुआ है या नहीं। हालांकि बाद में येदियुरप्पा ने महिला से माफ़ी मांगी थी और यह मामला किसी से साझा करने से मना किया था।
‘कानूनी लड़ाई लड़ेंगे’ – बीएस येदियुरप्पा
इस मामले में येदियुरप्पा का पक्ष सामने आया है। उन्होने कहा कि जिस महिला ने मेरे खिलाफ़ शिकायत दर्ज़ कराई है वह एक महीने पहले मदद माँगने घर आयी थी। उनकी बात सुनने के लिए वो उन्हें अंदर लेकर गए थे। महिला की बात सुनने के बाद, मैंने उसकी समस्या का समाधान करने के लिए शहर के पुलिस आयुक्त बी.दयानंद को फोन किया था। बाद में,जब उन्होंने मेरे खिलाफ बोला तब मुझे संदेह हुआ कि उनके साथ कुछ स्वास्थ्य समस्या है। मैंने उन्हें शहर पुलिस आयुक्त के कार्यालय भेजा। मैंने उन्हें कुछ पैसे भी दिये क्योंकि वो संकट में थी। आज मुझे पता चला कि मुझ पर ही एफआईआर दर्ज कर ली गई है। लेकिन किसी की मदद करने पर मुझे यही मिलता है।
कर्नाटक गृहमंत्री की प्रतिक्रिया
गृह मंत्री परमेश्वर ने अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व सीएम येदियुरप्पा के खिलाफ एफआईआर “संवेदनशील” मुद्दा है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है और वास्तविकता जानने से पहले कुछ नहीं कहा जा सकता है।
जब एक पत्रकार ने गृहमंत्री से महिला द्वारा पहले भी कई वीआईपी लोगों पर शिकायतें दर्ज कराने के बारे में पूछा गया तो परमेश्वर ने कहा, “मुझे बताया गया कि महिला ने पहले भी कई शिकायतें दर्ज कराई हैं, हम उनकी जांच करेंगे।”
एक अन्य सवाल पूछे जाने पर कि क्या मामले में कोई राजनीतिक पहलू है? उन्होंने कहा, ”हम महिला के बारे में कुछ नहीं जानते। वह खुद पुलिस स्टेशन गईं और शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने भी शिकायत दर्ज कर ली।” गृहमंत्री ने कहा कि महिला को पुलिस द्वारा सुरक्षा भी प्रदान की जाएगी।