लोकसभा चुनाव से पहले देश की सबसे पुरानी पार्टी के बैंक खातों पर ताला लग गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कहा कि पार्टी इस समय पैसे की कमी से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर उन उन बैंक खातों को बंद कर दिया गया है जिनमें पार्टी को मिले चंदे पैसा रखा गया था। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर इस तरह से विपक्ष के बैंक खाते बंद किये जायेंगे तो लोकसभा चुनाव निष्पक्ष कैसे हो सकता है?
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि खातों को बंद कर दिये जाने के बाद पार्टी के पास खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं। कांग्रेस के चार बैंक खाते बंद किये गये हैं। इसमें यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, दिल्ली कांग्रेस और एआईसीसी के बैंक खाते शामिल हैं।
ख़बरों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी को आयकर विभाग ने 13 फरवरी को 105 करोड़ के बकाया टैक्स की वसूली के लिए नोटिस भेजा था। बाद में आयकर विभाग ने कांग्रेस पार्टी पर 210 करोड़ का जुर्माना लगाया और बैंक खाते फ्रीज कर दिये।
कांग्रेस ने तत्काल राहत पाने के लिए इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी लेकिन उसकी वह खारिज कर दी गयी। हाईकोर्ट ने इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल के फैसले को बदलने से इंकार कर दिया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए कहा कि विपक्ष के खाते सील करवाने वाली बीजेपी चुनावी बॉन्ड से जुड़े हज़ारों करोड़ रुपये का खुलासा करने को तैयार नहीं है। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि लोकतंत्र बचाने के लिए एकजुट हों और लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत सुनिश्चित करें।