गुजरात विश्वविद्यालय के हॉस्टल में शनिवार रात नमाज़ पढ़ रहे विदेशी छात्रों के साथ मारपीट की गयी। पीड़ित छात्रों ने आरोप लगाया कि भगवा गमछा पहने और जय श्री राम का नारा लगाती भीड़ हॉस्टल में घुसी और उन पर लाठियों और चाकुओं से हमला किया। छात्रों का कहना है कि हॉस्टल के सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को रोकने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। ये सारी घटना यूनिवर्सिटी कैंपस में लगे कैमरे में कैद हो गया है। इस मामले में पुलिस ने अब तक पाँच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।पीड़ित अफगानिस्तान, उज़बेकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, सीरिया और अफ्रीकी देश के छात्र हैं।
क्या है पूरा मामला
अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने बताया कि गुजरात विश्वविद्यालय में लगभग 300 विदेशी छात्र पढ़ते है। लगभग 75 विदेशी छात्र हॉस्टल के ए ब्लॉक में रहते है। शनिवार रात लगभग 10:30 बजे छात्रों का एक समूह नमाज पढ़ रहा था तभी लगभग 20-25 लोग आये और आपत्ति जताने लगे। उनके बीच बहस हुई तो बाहरी लोगों ने पथराव किया और कमरों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और 20-25 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कानून व्यवस्था की स्थिति अब नियंत्रण में है। श्रीलंका और ताजिकिस्तान के दो छात्र अस्पताल में भर्ती है। ख़बर है कि गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने पुलिस को सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। मामले की जाँच के लिए चार क्राइम ब्रांच की टीमों के साथ पुलिस की नौ टीमें बनायी गयी है।
विेश्वविद्यालय में सुरक्षा बढ़ेगी- कुलपति
गुजरात विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर नीरजा अरुणा गुप्ता ने कहा है कि कुछ विदेशी छात्र हमले में घायल हुए है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस और सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से जांच की कोशिश कर रही है। हमले के बाद छात्रों को नये हॉस्टल में भेज दिया गया है। एक विदेशी सलाहकार समिति का भी गठन किया गया है। विश्वविद्यालय की सुरक्षा बढ़ने के लिए पूर्व सैनिक को तैनात करने के लिए कहा गया है। इस मामले में हितेश मेवाड़ा और भरत पटेल के रूप में पहचाने गए दो व्यक्तियों को रविवार को गिरफ्तार किया गया था। विदेशी छात्रों पर हमले में इन दोनों की अहम भूमिका थी। विश्वविद्यालय द्वारा विदेशी छात्रावास के वार्डन को बदल दिया गया है।
सोमवार को क्राइम ब्रांच ने अहमदाबाद निवासी तीन और लोगों क्षितिज पांडे, जितेंद्र पटेल और साहिल दुधातिया को गिरफ्तार कर लिया। यानी पांच आरोपितों को पकड़ा जा चुका है। पुलिस उपायुक्त ने कहा कि घटना में शामिल शेष आरोपितों को पकड़ने के लिए तकनीकी निगरानी और अन्य तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
छात्रों ने दूतावास को किया सूचित
घटना में घायल हुए पांच छात्रों में अफगानिस्तान, श्रीलंका और तुर्कमेनिस्तान से एक-एक और अफ्रीकी देशों से दो छात्र शामिल है। घटना के आधे घंटे बाद पुलिस पहुंची। तब तक भीड़ भाग चुकी थी। घायल छात्र अस्पताल में है। छात्रों ने इस मामले की जानकारी अपने अपने दूतावास को सूचित कर दिया है। घायल छात्रों का कहना है कि वे वीजा लेकर भारत पढ़ने आये हैं। नमाज़ पढ़ने पर ऐतराज़ है तो वीज़ा ही नहीं देना चाहिए।
ओवैसी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
इस घटना पर हैदराबाद के सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कितनी शर्म की बात है कि भक्ति और धार्मिक नारे तभी सामने आते है जब मुसलमान शांतिपूर्वक अपने धर्म का पालन करते हैं। जब आप मुसलमानों को देखकर बेवजह क्रोधित हो जाते हैं। यह सामूहिक कट्टरवाद नहीं तो क्या है। उन्होंने पूछा कि क्या इस घटना में क्या पीएम मोदी और अमित शाह हस्तक्षेप करेंगे?