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दिल्ली शराब घोटाले में सरकारी गवाह बने मुल्ज़िम ने भाजपा को दिया 30 करोड़ चंदा 

दिल्ली की शराब नीति केस में गवाह बने एक व्यक्ति पी.शरत चंद्र रेड्डी ने भाजपा को चुनावी बॉन्ड के जरिये 30 करोड़ रुपयों का चंदा दिया है। गौर करने वाली बात ये है कि एक कंपनी के मालिक इस व्यक्ति ने यह चंदा  दिल्ली शराब नीति केस में गिरफ़्तार होने के बाद दिया। गुरुवार को चुनाव आयोग द्वारा सार्वजनिक की गयी चुनावी बॉन्ड की जानकारियों से ये बात सामने आयी है।

गुरुवार रात दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया। माना जा रहा है कि ऐसा सरकारी गवाह बने आरोपितों के बयानों के आधार पर ही किया गया। उन गवाहों में पी शरत चंद्र रेड्डी भी शामिल है जिसने भाजपा को बॉन्ड के जरिए करोड़ों का चंदा दिया है। 

जिस कंपनी के पी शरत रेड्डी मालिक हैं उसने अपना पहला चंदा 2022 में 5 करोड़ रुपयों के रूप में दिया। ये चंदा गिरफ़्तारी  के पांच दिन बाद दिया गया था।इसके बाद रेड्डी दिल्ली शराब नीति मामलें में सरकारी गवाह बन गया जिसके बाद भाजपा को एक और चुनावी बांड के जरिये 25 करोड़ रुपयों का चंदा दिया गया। 21 नवंबर 2022 को भाजपा ने यह बॉन्ड भुना लिया था। 

रेड्डी को 10 नवंबर 2022 को शराब घोटाला मामलें में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ़्तार किया था। शरत रेड्डी की कंपनी अरबिंदो फार्मा लिमिटेड ने कुल 52 करोड़ रुपयों के चुनावी बॉन्ड ख़रीदे थे। जिनमें से 34.5 करोड़ रूपये भाजपा को गये। प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्तारी से पहले रेड्डी की कंपनी ने बॉन्ड के जरिये 15 करोड़ रूपये भारत राष्ट्र समिति पार्टी और 2.5 करोड़ रूपये तेलुगु देशम पार्टी को  दिये थे।

 

क्या था पी शरत रेड्डी का मामला? 

जिस शराब नीति को 2021-22 में कुछ समय के लिए आम आदमी पार्टी द्वारा लागू किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय ने शरत रेड्डी पर दिल्ली में शराब लाइसेंसिंग प्रक्रिया में रिश्वत की लेन-देन में शामिल होने का आरोप लगाया था। 

प्रवर्तन निदेशालय ने शरत रेड्डी को उस ‘साउथ ग्रुप’ के लोगों की श्रेणी में रखा हुआ जिन पर आम आदमी पार्टी को  100 करोड़ रुपयों की रिश्वत देने का आरोप है । आरोप है कि इस पैसे का इस्तेमाल गोवा विधानसभा चुनावों के दौरान किया गया था ।

 

प्रवर्तन निदेशालय के पास है गवाह 

शराब नीति को लेकर जिन लोगों को शुरू से गिरफ़्तार किया गया था उनमें से कई आरोपितों को प्रवर्तन निदेशालय ने सरकारी गवाह बना लिया है।इनमें शरत रेड्डी, मंगूटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और उनके बेटे राघव, दिनेश अरोड़ा शामिल हैं। हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्रन पिल्लई को प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाला मामलें में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद अरुण की गवाही के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को भी गिरफ़्तार कर लिया गया है। दिल्ली  के शराब घोटाले मामले में मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को पहले से ही गिरफ़्तार किया चुका है।  

 

 

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